पाकिस्‍तान में फिर से खोले जाएंगे धार्मिक स्‍थल


पाकिस्‍तान में सरकारें धार्मिक मौलानाओं के दबाव में हैं। यहां के पंजाब प्रांत की सरकार ने COVID-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद फिर से धार्मिक स्‍थलों को खोलने का फैसला किया है। गुरुवार को इस बारे में जानकारी दी गई। सूत्रों ने कहा कि एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान लोगों द्वारा इस संबंध में मांगों के मद्देनजर प्रांत में 544 धार्मिक स्‍थलों को फिर से खोलने और उनके लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को अंतिम रूप देने का प्रस्ताव को प्रस्तुत किया गया था। पंजाब औकाफ और धार्मिक मामलों के विभाग ने भी जोर देकर कहा है कि धर्मस्थलों को फिर से खोल देना चाहिए क्योंकि बंद के कारण अब तक 26 करोड़ पाकिस्‍तानी रुपये का नुकसान हुआ है। यह उम्मीद की गई थी कि धार्मिक स्‍थलों को खोलने की सिफारिशों के बाद ईद के बाद एसओपी जारी किए जाएंगे। इस बीच सिंध सरकार ने पूरे प्रांत में 'जुमतुल विदा' (रमजान की विदाई) और ईद की नमाज की अनुमति दी है, लेकिन यह स्पष्ट किया है कि ये सभी कवायद संघीय सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार होगी, जिसमें शारीरिक दूरी का ख्‍याल रखना होगा। 


बुधवार को सिंध के सूचना और स्थानीय निकाय मंत्री सैयद नासिर हुसैन शाह ने कहा कि ईद की नमाज खुली जगहों और पार्कों में आयोजित की जानी चाहिए। उन स्थानों पर, जहां बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की उम्मीद की जाती है। ईद की नमाज के दो समूहों में अंतराल के साथ व्यवस्थित किया जा सकता है। यह हाल ही में प्रमुख मौलवियों द्वारा पाकिस्तान में मस्जिदों में पांच बार सामूहिक प्रार्थना करने की घोषणा के बाद शुरू किया गया है।


सिंध और पंजाब प्रांत देश में कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं। पाकिस्तान में अब तक कुल 48 हजार से ज्‍यादा COVID-19 के मामले आ चुके हैं। इसमें सिंध में सबसे ज्यादा 18,964 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पंजाब में 6,664 कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। पाकिस्‍तान में पिछले 24 घंटे में 2,193 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 48,091 हो गई। वहीं 24 घंटे में 32 लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या 1,017 हो गई।