प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्घाटन किया। देश की 159 यूनिवर्सिटी के 3400 से अधिक खिलाड़ी 17 खेलों में अपना भाग्य आजमाएंगे। इन खेलों में रग्बी भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये खेलों के शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने इसे भारतीय खेलों के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, 'यह देश की खेल क्रांति में अगला कदम साबित होंगे। ओडिशा में नया इतिहास बना है। भारत के इतिहास के पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत हो गई है। यह भारत के खेल इतिहास में ऐतिहासिक पड़ाव तो है ही भारत के खेलों के भविष्य के लिए भी एक बहुत बड़ा कदम है। आज भारत दुनिया के उन देशों की लीग में शामिल हो गया है जहां इस स्तर पर यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन होता है।'
इस अवसर पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान भी उपस्थित थे। स्टार फर्राटा धाविका दुति चंद भी इन खेलों का हिस्सा हैं। वह मेजबान केआइआइटी यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व करेंगी। दुती के अलावा जो अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ी इसमें भाग लेंगे उनमें मेंगलुरु यूनिवर्सिटी के एथलीट जय शाह, उनके साथी लंबी दौड़ के धाविक नरेंद्र प्रताप सिंह, पुणे यूनिवर्सिटी की लंबी दूरी की धाविका कोमल जगदाले और आचार्य नागार्जुन यूनिवर्सिटी की धाविका वाई ज्योति भी शामिल हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना का लाभ पाने वाले खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, एशियन पैरा गेम्स, यूथ ओलंपिक्स जैसे मुकाबलों में 200 से अधिक पदक देश को दिलाए हैं। खिलाड़ी अपना ध्यान सिर्फ अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन पर लगाए और बाकी की चिंता देश कर रहा है। प्रयास ये है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी बढ़े और फिटनेस का लेवल भी ऊंचा हो।