भारत के आत्‍मसम्‍मान और स्‍वाभ‍िमान को नहीं पहुंचेगी चोट : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि हम यकीन दिलाते हैं कि भारत के आत्‍मसम्‍मान और स्‍वाभ‍िमान पर चोट नहीं पहुंचने देंगे। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीनी सेना के साथ जारी गतिरोध के मसले पर रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत और चीन इसे सुलझाने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत कर रहे हैं जिसके नतीजे सकारात्मक रहे हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि देश का नेतृत्‍व मजबूत हाथों में है और हम देश के मान, सम्मान और स्वाभिमान पर चोट बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। 


वीडियो लिंकिंग के जरिए भाजपा की जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। हम भी चाहते हैं कि यह विवाद जल्द सुलझ जाए। उन्‍होंने यह भी बताया कि इस मसले को लेकर भारत और चीन सैन्य और राजनयिक दोनों स्‍तरों पर लगातार बातचीत कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी की अगुवाई में यह सरकार भारत के लोगों को यह भरोसा दे रही है कि भारत के आत्‍मसम्‍मान पर कभी चोट नहीं पहुंचने दी जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने छह जून को दोनों देशों के सैन्‍य अधिकारियों के बीच हुई बातचीत को सकारात्‍मक बताते हुए कहा कि दोनों ही देश इस बात पर सहमत हैं कि मसला सुलझाने के लिए इस बातचीत को आगे भी जारी रखा जाए। सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं भारत-चीन मामले जो भी कहना है संसद में कहूंगा। मैं लोगों को गुमराह नहीं कर रहा हूं। उल्‍लेखनीय है कि बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार से भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध पर स्‍पष्‍ट‍िकरण देने की मांग की थी। 


चीन के साथ सीमा पर चल रही तनातनी और देश के अंदर विपक्षी कांग्रेस के सवालों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी एक अंदाज और सधे हुए शब्दों में चीन को भी संदेश दिया और विपक्ष को भी। शाह ने सर्जिकल स्ट्राइक का हवाला देते हुए याद दिलाया कि मोदी के नेतृत्व में भारत घुसपैठ का माकूल जवाब देता है। ओडिशा के लिए एक वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'मोदी सरकार ने विश्व को अहसास करा दिया कि भारत की सीमाओं का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पहले सिर्फ अमेरिका और इजरायल को ही ऐसा माना जाता था।'  कोरोना को लेकर सवाल उठा रहे राहुल पर पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी आगे आकर देश को कोरोना संकट से निकालने की कोशिश कर रहे थे, प्रवासी मजदूरों को उनके घरों पर पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे और गरीबों-किसानों और मजदूरों की मदद कर रहे थे, उस समय कांग्रेस नेता को स्वीडन में, अमेरिका में सिर्फ बातें करते देखा गया। उन्होंने कहा कि इंटरव्यू के अलावा कांग्रेस ने कुछ नहीं किया। वहीं भाजपा ने इस दौरान लोगों तक एक लाख 70 हजार करोड़ रुपए पहुंचाने का काम किया।