दिल्ली पहुंचे वुहान से 324 भारतीय यात्री


कोरोनावायरस के कहर से चीन में हाहाकार मचा हुआ है। इस खतरनाक वायरस से चीन में 259 लोगों की मौत हो गई है और 11,791 लोग संक्रमित हैं। यहां रहने वाले दूसरे देश के नागरिक शहर छोड़कर अपने देश लौटना चाह रहे हैं। इसी बीच भारत ने भी अपने नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें एयरलिफ्ट करने का फैसला लिया। शनिवार सुबह 7.26 बजे एयर इंडिया के विशेष विमान बोइंग 747 से वुहान से 324 भारतीय यात्रियों का पहला जत्था दिल्ली पहुंचा।


बोइंग 747 जंबो विमान ने शनिवार तड़के वुहान के तियान्हे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और सुबह 7:26 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। 324 यात्रियों में तीन नाबालिग और 211 छात्र शामिल हैं। इन्हें दिल्ली में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, छावला शिविर और हरियाणा के मानेसर में भारतीय सेना शिविर में 14 दिनों के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। आईटीबीपी ने बताया कि 324 भारतीयों में से 103 को हवाई अड्डे से छावला कैंप, दिल्ली में मेडिकल ऑब्जर्वेशन के लिए भेजा गया है। 

वुहान से भारत पहुंचने वाले यात्रियों की जांच के लिए भारतीय सेना द्वारा हरियाणा के मानेसर में एक विशेष वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में लगभग 300 लोगों को रखने की सुविधा हैं। इस वार्ड में छात्रों की डॉक्टरों और कर्मचारियों के सदस्यों की एक योग्य टीम द्वारा कुछ हफ्तों तक निगरानी की जा सकती है।
भारतीय सेना ने इस विशेष वार्ड को लेकर कहा कि स्क्रीनिंग और विशेष वार्ड में रखने से पहले दो प्रक्रियाएं होंगी। सबसे पहले हवाई अड्डे पर भारतीय छात्रों की स्क्रीनिंग की जाएगी, उसके बाद उन्हें मानेसर के इस विशेष वार्ड में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति संदिग्ध पाया जाएगा तो उसे इलाज के लिए बेस अस्पताल दिल्ली छावनी में आइसोलेशन वार्ड में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।