हिंदू आईएएस ही बनेगा चारधाम श्राइन बोर्ड का सीईओ


चारधाम श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पद पर उसी सचिव रैंक के आईएएस/आईपीएस को नियुक्त किया जा सकता है, जो हिंदु धर्म का अनुयायी होगा। उपाध्यक्ष पद पर भी संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग का मंत्री होगा। अगर वो हिंदू नहीं है तो मुख्यमंत्री किसी भी हिंदू धर्म के अनुयायी मंत्री को उपाध्यक्ष बना सकते हैं। मंदिरों में पुजारी, न्यासी, तीथ पुरोहितों और पंडे एवं संबंधित हक हकूकधारियों के मौजूदा देय दस्तूरात व अधिकार भी यथावत रहेंगे।

प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में श्राइन प्रबंधन विधेयक 2019 के प्रारूप में संशोधन किया गया। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार बैठक में संशोधन प्रारूप पेश किया गया। इसके तहत बोर्ड का गठन, कार्य और शक्तियां को विधेयक में शामिल किया गया है। इसके तहत सीईओ और उपाध्यक्ष के पद पर होनी वाली नियुक्त केवल हिंदू धर्म के व्यक्ति के साथ पुजारी पंडों के दस्तूर रुप को यथावत रखने का फैसला लिया गया। हक हकूकधारियों एवं पुजारी/न्यासी/तीथ पुरोहित/पंडे आदि के वर्तमान प्रचलित देय अधिकार को विधेयक में समावेश करने का निर्णय लिया गया है। वहीं, मंत्रिमंडल में सात प्रस्ताव आए, जिसमें से चार को मंजूरी मिल गई है।