देहरादून। नगर में छात्र संघ चुनावों की बढ़ती सरगर्मी के मददेनज़र बिना अनुमति के किसी भी प्रकार के जुलूस निकालने वाले छात्रों से शख्ती से निपटने के आदेश आज पुलिस के मुखिया ने जारी कर दिए । उन्होंने नगर के सभी थाना एवं चौकी प्रभारियों को हुड़दंगी छात्रों से शख्ती से निपटने के निर्देश दिए, ताकि नगर की शान्ति यथावत बानी रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के खिलाफ देहरादून पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है। देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने छात्रों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए एक्शन लिया। पुलिस के सामने जिस तरह छात्रों ने क़ानून का मजाक उड़ाया था वास्तव में वो अति निंदनीय था , इस लिए पुलिस को लाठी चार्ज करने के साथ – साथ छात्र नेताओ को गिरफ्तार भी करना पड़ा। सही तो तब होगा जब ऐसे छात्र नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाता । देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने शुरू में ही स्पष्ट कर दिया था कि क़ानून से ऊपर कोई नहीं है , सबके साथ क़ानून एक समान अपना काम करेगा चाहे कोई छोटा हो या बड़ा। इसलिए जुलूस निकालने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के खिलाफ कदम उठाकर उन्होंने ये दिखा भी दिया। कल एबीवीपी के सात – आठ सौ छात्रों ने शहर में बिना अनुमति जुलूस निकाल कर छात्रों द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया गया , जबकि जुलूस निकालने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों द्वारा कोई अनुमति पुलिस प्रशासन से नहीं ली गई थी । उन्होंने छात्रों से कहा था कि बिना अनुमति शहर में जुलूस न निकालें, मगर छात्रों ने एक न सुनी परिणाम स्वरूप पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा , साथ ही हुड़दंगी छात्रों को गिरफ्तार भी करना पड़ा । जुलूस निकालने वाले छात्रों के खिलाफ डालनवाला थाने में विभिन्न धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किये गये है। पुलिस प्रमुख ने अपने वक्तव्य पर अडिग रहते हुए दो टूक बात कही कि अगर बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया तो केस जरूर दर्ज होगा। एसएसपी अरुण मोहन जोशी के मूड से साफ़ दिख रहा है कि आरोपियों के खिलाफ पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करने के मूड में है।
देहरादून में छात्र संघ चुनावों की बढ़ती सरगर्मी के मददेनज़र पुलिस मुस्तैद