हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे के बाद आज फिर इमरजेंसी लैंडिंग


उत्तरकाशी के आराकोट बंगाण क्षेत्र में आपदा राहत कार्य के दौरान दो दिन पहले हेरीटेज एविएशन कंपनी का हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद से यहां हेलीकॉप्टर के माध्यम से राहत एवं बचाव कार्य बंद कर दिए गए थे। आज एक बार फिर हेलीकॉप्टर के माध्यम से राहत सामग्री प्रभावित गांव तक पहुंचाने का काम शुरू किया गया। इसके लिए आर्यन एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर को काम पर लगाया गया। हेलीकॉप्टर आराकोट से चिवां गांव के लिए राहत सामग्री ले जा रहा था।


दो राउंड में सफलतापूर्वक राहत सामग्री पहुंचाने के बाद दोपहर करीब 2:15 बजे जब यह हेलीकॉप्टर तीसरे राउंड में राहत सामग्री लेकर उड़ा तो नगवाड़ा टिकोची के पास ट्रॉली के तार सामने आने पर पायलट ने हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करा दी। हादसे में पायलट एवं इंजीनियर सुरक्षित हैं। इंजीनियर को हल्की चोटें आई हैं। हेलीकॉप्टर भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इमरजेंसी लैंडिंग के तत्काल बाद रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच गई।पायलट सुशांत जीना निवासी जबलपुर और इंजीनियर अजित सिंह निवासी हरियाणा को हेलीकॉप्टर के जरिए इन्हें देहरादून ले जाया जाएगा।


हेलीकॉप्टर क्रैश में हुई थी तीन मौतें



आपदा प्रभावित आराकोट क्षेत्र के गांवों में राहत सामग्री पहुंचा रहा एक हेलीकॉप्टर 21 अगस्त को मोल्डी गांव के पास तार से टकराकर क्रैश हो गया था। हादसे में हेलीकॉप्टर के परखच्चे उड़ गए थे और इसमें सवार पायलट एवं इंजीनियर के साथ ही एक स्थानीय युवक की मौत हो गई थी।
आराकोट क्षेत्र के गांवों में बादल फटने से मची तबाही में इन गांवों की सड़क, पुल एवं संपर्क मार्ग तबाह हो चुके हैं। इस कारण सड़क मार्ग से इन गांवों तक राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही थी। सरकार द्वारा यहां हेलीकॉप्टरों के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही थी। आराकोट और मोरी में बेस बनाकर राहत सामग्री भिजवाई जा रही थी।